VOICE OF DUNES – Art Dialogues – मूर्त अमूर्त की कला यात्रा, आदि से अनंत तक….
मूर्त अमूर्त की कला यात्रा, आदि से अनंत तक….
VOICE OF DUNES कार्यक्रम में *कलात्मक-चिंतन के नए द्वार खोलती फिल्म A STROKE WITH SQUARE पर एक सार्थक-संवादपूर्ण आयोजन l
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फिल्म दृश्य और अदृश्य की कला अनुभूतियों व् रंग और जीवन की अभिव्यक्ति को बेहद सधे हुए अंदाज में प्रस्तुत करती है – हेमंत शेष
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वॉइस ऑफ़ ड्यून्स द्वारा डायलॉग कार्यक्रम के चतुर्थ आयोजन में कला फिल्मों की सार्थकता विषय पर चर्चा की गई इस मौके पर दिल्ली के युवा चित्रकार व कला साधक अरविंद ओझा द्वारा कांसेप्चुअल व निर्देशित कला फिल्म “इंडियन आर्ट एंड आर्टिस्ट्स – ए स्ट्रोक विद स्क्वायर को प्रदर्शित किया गया। साथ ही उक्त फिल्म पर संवाद कार्यक्रम के तहत अमित कला वरिष्ठ पत्रकार कला समीक्षक अशोक आत्रेय, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी हेमंत शेष, बड़ौदा स्कूल ऑफ आर्ट के पूर्व डीन डॉक्टर शैलेंद्र सिंह कुशवाह व प्रोफेसर भवानी शंकर शर्मा द्वारा संवाद किया गया।
उक्त मौके पर कला फिल्मों के पाश्चात्य भारतीय दृष्टि पर विस्तृत चर्चा की गई साथ ही भारतीय कला फिल्मों के जनक सत्यजीत राय, एमएफ हुसैन, व मणि कौल द्वारा निर्मित कला फिल्मों की विवेचना की गई साथ ही पश्चिमी कला फिल्मों में प्रमुख वॉल्टर रुटमैन, माइकल मूर, चार्ल्स फर्ग्यूसन जैसे कला साधकों के कार्यों पर प्रकाश डाला गया।
वॉइस ऑफ़ ड्यून्स के कन्वीनर सत्यजीत तालुकदार के अनुसार इस मौके पर चित्रकार गोपाल खेतांची, महेश स्वामी (फोटो आर्टिस्ट ) पूर्णिमा कॉल प्रदीप शर्मा कला समीक्षक विनोद भारद्वाज, पत्रकार अशोक चतुर्वेदी व् सी ऐ , बीपी मूंदड़ा सहित कई गणमान्य बुद्धिजीवी उपस्थित थे
कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर अमिता गोयल (वाइस प्रिंसिपल महारानी कॉलेज) ने कार्यक्रम की सहयोगी संस्था मैसेज इंस्टीटूशन व् सुकून फाउंडेशन सहित उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।