राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू ने दाखिल किया नामांकन: पीएम मोदी बने प्रस्तावक
DRAUPADI MURMU, named as the NDA’s candidate for the presidential polls next month
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) राष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी उनके प्रस्तावक बने और इस दौरान BJP चीफ जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई बड़े नेता वहां मौजूद रहे। ओडिशा के सीएम इटली में होने की वजह से इस नामांकन में शामिल नहीं हो पाए हैं हालांकि उनके दो मंत्री इस दौरान मौजूद रहे। गुरुवार को बीजद के दो मंत्रियों ने मुर्मू के नॉमिनेशन पेपर पर हस्ताक्षर किए। 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू ओडिशा से ही आती हैं।
एनडीए की ओर से बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है। बीजेपी के इस दांव से झारखंड मुक्ति मोर्चा की राष्ट्रपति उम्मीदवार के समर्थन को लेकर दुविधा बढ़ गई हैं। आपको बता दें कि जेएमएम ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर खड़े यशवंत सिन्हा के लिए स्वीकृति देते हुए हस्ताक्षर भी किया था। अब एनडीए की ओर से आदिवासी उम्मीदवार को उतारे जाने के बाद जेएमएम अपना स्टैंड बदल सकती है। द्रौपदी मुर्मू अगर चुनाव जीत जाती हैं तो वो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी।
आंकड़ों में भारी है एनडीए का पलड़ा
प्रेसीडेंट इलेक्शन के लिए अगर हम वोट वैल्यू के हिसाब से आंकड़ों पर नजरें डालें तो एनडीए का पलड़ा विपक्ष पर भारी दिखाई देता है। राष्ट्रपति चुनाव लोकसभा की 540 सांसदों के वोट हैं और राज्यसभा के 229 सांसद के वोट हैं। इसके अलावा अगर हम राज्यों की विधानसभाओं की बात करें तो कुल 4 हजार 33 विधायक राष्ट्रपति चुनाव में वोट करेंगे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए सबसे पहले इन सभी जनता के प्रतिनिधियों के कुल वोटों की वैल्यू निकाली जाती है। इस राष्ट्रपति चुनाव में जनप्रतिनिधियों के वोटों की कुल वैल्यू 10 लाख 78 हजार 915 है। किसी भी राष्ट्रपति उम्मीदवार को जीत के लिए इसमें से 5 लाख 39 हजार 458 मत चाहिए।