“चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई – मेहनत कामयाब
Chandrayaan-3 launch: Countdown begins for India’s 3rd moon mission from Sriharikota
भारत के लिए आज का दिन बेहद खास था। जिस घड़ी का इंतजार सारे देशवासी लंबे समय से कर रहे थे आखिर वह आ ही गई। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जैसे ही चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया मानो वहां लोग सारे मौजूद खुशी से झूम उठे। लॉन्चर मॉड्यूल और चंद्रयान-3 के अलग होते ही कंट्रोल रूम में तालियों की गड़गड़हाट से पूरा माहौल खुशनुमा हो गया। इसरो चीफ एम सोमनाथ और उनकी टीम को पता लग गया था कि उनकी यह मेहनत कामयाब हो गई है।
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के प्रशासक सीनेटर बिल नेल्सन ने भी चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, “चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई। चंद्रमा पर इसकी सुरक्षित यात्रा की कामना करता हूं। मैं इस मिशन से मिलने वाले वैज्ञानिक परिणामों को लेकर उत्सुक हूं।”
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि अगर सबकुछ सामान्य रहा तो चंद्रयान-3 23 अगस्त के आस-पास चंद्रमा की सतह पर कदम रखेगा। चांद पर लैंड करने का समय भारतीय समयानुसार शाम 5 बजकर 47 मिनट होगा। सबसे विश्वसनीय रॉकेट LVM3-M4 से छोड़े गया चंद्रयान-3 चांद के चारों ओर 41 दिन तक चक्कर लगाएगा जिसके बाद यह चंद्रमा की सतह पर लैंड कराया जाएगा। चंद्रमा की कक्षा तक पहुंचने के लिए एक महीने से अधिक लंबी यात्रा पर तब तक आगे बढ़ेगा जब तक कि यह चंद्र सतह से 100 किमी ऊपर नहीं पहुंच जाता।
चंद्रयान-3 की खासियत
लंबाई की बात करें तो चंद्रयान-3 43.5 मीटर लंबा है। इसका वजन 640 टन है। चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट में लैंडर का वजन 1.7 टन, प्रोपल्शन का वजन 2.2 टन और लैंडर के अंदर मौजूद रोवर का वजन 26 किलो है।